Sticky News

नमाज़ क़ौल ऐ मासूमीन (अ.स) के आईने में |

(adsbygoogle = window.adsbygoogle || []).push({}); رسول اكرم صلى الله عليه و آله  لا تَزالُ اُمَّتى بِخَيرٍ ما تَحابّوا وَ اَقامُوا الصَّلاةَ و َآتَوُا الزَكاةَ و َقَروا الضَّيفَ... ؛ 1...

इमाम हुसैन का वो पहला सफर जो कर्बला पे जा के ख़त्म हुआ | मदीने से मक्का 28 रजब

(adsbygoogle = window.adsbygoogle || []).push({}); ये बात २० रजब सन ६० हिजरी की है जब मुआव्विया की मृत्यु हो गयी और यज़ीद  ने खुद को मुसलमानो  का  खलीफा घोषित कर दिया । इमाम ह...

अली! यह वही है जिसको पा कर तुमने शुक्र का सजदा किया था...

विलायत पोर्टल : घर में सन्नाटा छाया हुआ था और शौहर बाहर गए हुए थे, वह तन्हा थी और अपने हुजरे में बंद अपने रब से मुलाक़ात के लिए ख़ुद को तैयार कर रही थी, और अपने मालिक की तसबीह और तहलील में मसरूफ़ थी,...

Business

सूरए मोमिनून, आयतें 38-46: शीघ्र ही झूठे (अपने किए पर) पछतावा करेंगे |

 सूरए मोमिनून, आयतें 38-46: शीघ्र ही झूठे (अपने किए पर) पछतावा करेंगे | सूरए मोमिनून की 38वीं, 39वीं और 40वीं आयतإِنْ هُوَ إِلَّا رَجُلٌ افْتَرَى عَلَى اللَّهِ كَذِبًا وَمَا نَحْنُ لَهُ بِمُ...

मनुष्य के जीवन को केवल सांसारिक जीवन तक सीमित करना, उसे पशुओं के स्तर पर नीचे ले आने के समान है| सूरए मोमिनून,

मनुष्य के जीवन को केवल सांसारिक जीवन तक सीमित करना, उसे पशुओं के स्तर पर नीचे ले आने के समान हैसूरए मोमिनून, आयतें 31-37 फिर उनके पश्चात हमने एक दूसरी जाति को बनाया। (23:31) तोउनमें हमने स्वयं उन्हीं...

तफ़सीरे सूरऐ हम्द-लेखकः आयतुल्लाह नासिर मकारिम शीराज़ी

तफ़सीरे सूरऐ हम्द-लेखकः आयतुल्लाह नासिर मकारिम शीराज़ी (adsbygoogle = window.adsbygoogle || []).push({}); बिस्मिल्लाह हिर्रेहमान निर्रहीमसूरऐ हम्दमक्की सूरत है और इस मे 7 आयात हैसूरऐ हम्द की ख़ुसूस...

Motivational

एहसान को भूलने वाला मलऊन है।" हज़रत मुहम्मद (स )

(adsbygoogle = window.adsbygoogle || []).push({}); एहसान को भूलने वाला मलऊन है रसूले ख़ुदा (स.) इर्शाद फ़रमाते हैं किः- "एहसान को भूलने वाला मलऊन है जो लोगों पर नेकियों के दरवाज़े को बंद करता...

जानिए दो वैज्ञानिकों ने क्या बताया की मृत्यु के बाद आत्मा कहाँ जाती है |

(adsbygoogle = window.adsbygoogle || []).push({}); मृत्यु के बाद आत्मा कहाँ जाती है | आत्मा के अमर होने की मान्यता को वैज्ञानिक समर्थन भी मिल रहा है। भौतिकी और गणित के दो वैज्ञानिकों ने लंबे ...

माह ऐ रमज़ान एक महीने का प्रशिक्षण है जिस का मक़सद एक अच्छा इंसान बनाना है |

(adsbygoogle = window.adsbygoogle || []).push({}); माह ऐ रमज़ान एक महीने का प्रशिक्षण  है जिस का मक़सद एक अच्छा इंसान बनाना है | ..माह ऐ रमज़ान इस्लामिक केलिन्डर का ९वां और सबसे पवित्...

Teachings

जानिए दो वैज्ञानिकों ने क्या बताया की मृत्यु के बाद आत्मा कहाँ जाती है |

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माह ऐ रमज़ान एक महीने का प्रशिक्षण है जिस का मक़सद एक अच्छा इंसान बनाना है |

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ईद में किस बात की ख़ुशी मानते है : हज़रत अली की ज़बानी

सभी लोगों को ईद की मुबारकबाद  मैखान-ए-इंसानियत की सरखुशी, ईद इंसानी मोहब्बत का छलकता जाम है। आदमी को आदमी से प्यार करना चाहिए, ईद क्या है एकता का एक हसीं पैगाम है।       &n...

फितरे की रक़म शहर के बाहर नहीं जानी चाहिए यदि आपके शहर में गरीब हैं तो |

ईद मे गरीबो का ख्याल अवश्य रखे |   फ़ितरा उस धार्मिक कर को कहते हैं जो प्रत्येक मुस्लिम परिवार के मुखिया को अपने परिवार के प्रत्येक सदस्य की ओर से निर्धनों को देना होता है|  रमज़ान में चर...

तक़वा

(adsbygoogle = window.adsbygoogle || []).push({}); एक जाना पहचाना और बहुत ज़्यादा इस्तेमाल होने वाला लफ़्ज़ (शब्द) है। कुर्आन में यह लफ़्ज़ noun और verb दोनों सूरतों में पचासों जगह पर आया है। यह...

Technology

इमाम हुसैन अलैहिसलाम की शहादत के बाद भी क्यों हक़ का साथ लोग नहीं देते ?

(adsbygoogle = window.adsbygoogle || []).push({}); कर्बला से हमने क्या सीखा ? क्या लोगों का किरदार इमाम हुसैन अलैहिसलाम के शहादत के बाद सुधरा ? ...एस एम् मासूम |असत्य पे सत्य की जीत की पूरी...

इमाम अली अलैहिस्सलाम की जवानों को वसीयतें

इस लेख की सनद नहजुल बलाग़ा का 31 वा पत्र है। सैयद रज़ी के कथन के अनुसार सिफ़्फ़ीन से वापसी पर हाज़रीन नाम की जगह पर आप ने यह पत्र अपने पुत्र इमाम हसन (अ) को लिखा है। हज़रत अली (अ) ने इस पत्र के ज़...

ईरान में अमीर और ग़रीब के बीच फासले हो रहे हैं ख़त्म

(adsbygoogle = window.adsbygoogle || []).push({}); ईरान में अमीर और ग़रीब के बीच फासले को लेकर पहले काफी कुछ पढ़ा था। ईरान पहुंचकर भी मेरी दिलचस्पी क़रीब साढ़े आठ करोड़ आबादी वाले इस मुल्क के ...

क़ुरआन सिर्फ पढ़ें नहीं समझें और अमल भी करें |

(adsbygoogle = window.adsbygoogle || []).push({}); क़ुरआन-ए-करीम के मुताले से ज़ाहिर होता है कि तंगहाल, मुफ़लिसों,मिस्कीनों ,ग़रीबों यतीमों की माली मदद, दीगर मुस्लमानों पर इसी तरह फ़र्ज़ है जिस तर...

हमें धर्म के नाम पर उठने वाली हर आवाज़ के धोखे में नहीं आना चाहिए।

(adsbygoogle = window.adsbygoogle || []).push({}); हमें धर्म के नाम पर उठने वाली हर आवाज़ के धोखे में नहीं आना चाहिए। सूरए तौबा की आयत क्रमांक 107 وَالَّذِينَ اتَّخَذُوا مَسْجِدًا ضِرَارًا ...

Fashion

फितरे की रक़म शहर के बाहर नहीं जानी चाहिए यदि आपके शहर में गरीब हैं तो |

ईद मे गरीबो का ख्याल अवश्य रखे |   फ़ितरा उस धार्मिक कर को कहते हैं जो प्रत्येक मुस्लिम परिवार के मुखिया को अपने परिवार के प्रत्येक सदस्य की ओर से निर्धनों को देना होता है|  रमज़ान में चर...

सेहत और बिमारियों के बारे में मासूमीन (अ) के क़ीमती अक़वाल|

सेहते चश्म (आँख की देख रेख और इलाज ) १) अगर आँख में तकलीफ़ हो तो जब तक ठीक न हो जाये बायीं करवट सो। (रसूले ख़ुदा स0) २) तीन चीज़ें आँख की रोशनी में इज़ाफ़ा करती हैं। सब्ज़े (हरियाली ) पर, बहते पा...

एलान ऐ विलायत ,हजरत अली (अ.स ) ,ग़दीर और कुरान |

हे पैग़म्बर! आपके पालनहार की ओर से जो आदेश आप पर उतारा गया है उसे (लोगों तक) पहुंचा दीजिए और यदि आपने ऐसा न किया तो मानो आपने उसके संदेश को पहुंचाया ही नहीं और (जान लीजिए कि) ईश्वर आपको लोगों से सु...

जन्नतुल बकी का इतिहास और उसकी तबाही के ज़िम्मेदार |

जन्नतुल बक़ीअ तारीख़े इस्लाम के जुमला मुहिम आसार में से एक है, अफ़सोस! बीती हुई सदी में जिसे वहाबियों ने 8 शव्वाल 1345 मुताबिक़ २१ अप्रैल  1925 को शहीद करके दूसरी कर्बला की दास्तान को लिख कर अपन...

इस्लाम का सफ़र मक्का से कर्बला तक

मुसलमानों का मानना है कि हर युग और हर दौर मैं अल्लाह ने इस धरती पर अपने दूत(संदेशवाहक/पैग़म्बर), अपने सन्देश के साथ इस उद्देश्य के लिए भेजे हैं कि अल्लाह के यह दूत इंसानों को सही रास्ता दिखायें ...

Education

मेहर क्या है? और ये कब तय किया और कब दिया जाता है?

मेहर वो रक़म है जो किसी लड़की का  होने वाला शौहर लड़की तो तोहफे के तौर पे दिया करता है लेकिन यह रक़म लड़की तय किया करती है | इस मेहर को न तो वापस लिया जा सकता है और ना ही माफ़ करने के लिए लड़की पे द...

एक बहुत ही दिलचस्प कहानी अंजुम शेख की हिजाब पर एक चर्चा |

अंजुम शेख द्वारा पेश की गयी यह चर्चा एक बार लोगों को सोंचने पे अवश्य मजबूर कर देगी | आप भी पढ़ें उनके ब्लॉग से साभार ली गयी यह चर्चा | "मैं बहुत थक गई हूँ" "किस बात से थक गई हो?" "इन सभी ...

हज़रत फ़ातिमा ज़हरा(स.) की अहादीस (प्रवचन)

हज़रत फ़ातिमा ज़हरा(स.) की अहादीस (प्रवचन) यहां पर हज़रत फ़ातिमा ज़हरा (स.) की वह अहादीस (प्रवचन) जो एक इश्वरवाद, धर्मज्ञान व लज्जा आदि के संदेशो पर आधारित हैं उनमे से मात्र चालिस कथनो का चुनाव...

जनाब इ फातिमा (स.अ) को और दुःख ना पहुंचाएं |

मुसलमान इस महीने हजरत मुहम्मद (स.अ.व) की बेटी जनाब ऐ फातिमा (स.अ) की वफात और उनपे हुए ज़ुल्म को याद करता है और दुखी होता है | बीबी फातिमा का किरदार उनका सब्र उनका एखलाक और उनका इल्म उनका पर्दा मुसल...

हज़रत फ़ातिमा ज़हरा(स.) की अहादीस (प्रवचन)

हज़रत फ़ातिमा ज़हरा(स.) की अहादीस (प्रवचन) यहां पर हज़रत फ़ातिमा ज़हरा (स.) की वह अहादीस (प्रवचन) जो एक इश्वरवाद, धर्मज्ञान व लज्जा आदि के संदेशो पर आधारित हैं उनमे से मात्र चालिस कथनो का चुनाव करक...

Sport

मौत से कब्र तक हदीस ए मासूमीन के आईने में।

Jaunpur Azadari Network Channel Feel the pain of Husain by Ayatullah Ali Naqi Naqvi [naqqan] Dua Baghair Amal ke Asar nahi dikhati Musalman...

समाज में जीने का इस्लामिक अंदाज जानिए।

Jaunpur Azadari Network Channel Feel the pain of Husain by Ayatullah Ali Naqi Naqvi [naqqan] Dua Baghair Amal ke Asar nahi dikhati Musalman...

अनीस के मर्सिए युद्धकला और कर्बला की घटनाओं का जीवंत वर्णन करते हैं

Jaunpur Azadari Network Channel Feel the pain of Husain by Ayatullah Ali Naqi Naqvi [naqqan] Dua Baghair Amal ke Asar nahi dikhati Musalman...

इमाम जाफर सादिक अलैहिस्सलाम एक वैज्ञानिक चिन्तक और दार्शनिक थे

इमाम जाफर सादिक अलैहिस्सलाम  एक वैज्ञानिक चिन्तक और दार्शनिक थे आप की पैदाइश :-  हज़रत सय्यदना इमाम जाफ़र सादिक़ रदियल्लाहु अन्हु की विलादत बसआ...

सूरए मोमिनून, आयतें 38-46: शीघ्र ही झूठे (अपने किए पर) पछतावा करेंगे |

  सूरए मोमिनून, आयतें 38-46: शीघ्र ही झूठे (अपने किए पर) पछतावा करेंगे |  सूरए मोमिनून की 38वीं, 39वीं और 40वीं आयत إِنْ هُوَ إِلَّا رَجُلٌ ...

नमाज़ हदीस के आईने मे

नमाज़ हदीस  के आईने मे 1.    रसूले अकरम (स.अ.व.व) हमेशा मेरे उम्मती खैरो बरकत को देखेंगे जब तक की एक दूसरे से मौहब्बत करते रहे, नमाज...

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Urdu Poetry:

"This is a Really good quotation of Hazrat Ali keep it up" sad Hazrat Ali Quotes

md aftab:

bahut acche se bataya

इधर उधर से

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Urdu Poetry:

"This is a Really good quotation of Hazrat Ali keep it up" sad Hazrat Ali Quotes

md aftab:

bahut acche se bataya

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मौत से कब्र तक हदीस ए मासूमीन के आईने में।

Jaunpur Azadari Network Channel Feel the pain of Husain by Ayatullah Ali Naqi Naqvi [naqqan]Dua Baghair Amal ke Asar nahi dikhatiMusalman agar jahil ho to Allah ki Marefat hasil nahi Kar saktaTum ach...

समाज में जीने का इस्लामिक अंदाज जानिए।

Jaunpur Azadari Network Channel Feel the pain of Husain by Ayatullah Ali Naqi Naqvi [naqqan]Dua Baghair Amal ke Asar nahi dikhatiMusalman agar jahil ho to Allah ki Marefat hasil nahi Kar saktaTum ach...

अनीस के मर्सिए युद्धकला और कर्बला की घटनाओं का जीवंत वर्णन करते हैं

Jaunpur Azadari Network Channel Feel the pain of Husain by Ayatullah Ali Naqi Naqvi [naqqan]Dua Baghair Amal ke Asar nahi dikhatiMusalman agar jahil ho to Allah ki Marefat hasil nahi Kar saktaUTum ac...

इमाम जाफर सादिक अलैहिस्सलाम एक वैज्ञानिक चिन्तक और दार्शनिक थे

इमाम जाफर सादिक अलैहिस्सलाम  एक वैज्ञानिक चिन्तक और दार्शनिक थेआप की पैदाइश :- हज़रत सय्यदना इमाम जाफ़र सादिक़ रदियल्लाहु अन्हु की विलादत बसआदत 17, रबीउल अव्वल बरोज़ पीर के दिन 80, हिजरी या 83, ...

सूरए मोमिनून, आयतें 38-46: शीघ्र ही झूठे (अपने किए पर) पछतावा करेंगे |

 सूरए मोमिनून, आयतें 38-46: शीघ्र ही झूठे (अपने किए पर) पछतावा करेंगे | सूरए मोमिनून की 38वीं, 39वीं और 40वीं आयतإِنْ هُوَ إِلَّا رَجُلٌ افْتَرَى عَلَى اللَّهِ كَذِبًا وَمَا نَحْنُ لَهُ بِمُ...

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नजफ़ ऐ हिन्द जोगीपुरा का मुआज्ज़ा , जियारत और क्या मिलता है वहाँ जानिए |

हर सच्चे मुसलमान की ख्वाहिश हुआ करती है की उसे अल्लाह के नेक बन्दों की जियारत करने का मौक़ा  मिले और इसी को अल्लाह से  मुहब्बत कहा जाता है ...

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